12 साल के छात्र का सुसाइड नोट..सबके लिए सबक:’मैंने गलती की, ​​​​​​​शर्मिंदा भी था, सब शेम-शेम बोल रहे थे, एक मौका देना चाहिए…

नकल करना गलती जरूर हो सकती है। मगर, इतनी बड़ी भी नहीं कि इसके लिए उसे प्रताड़ित किया जाए? पिटाई और बेइज्जत किया जाए? अगर ऐसी गलती हो गई है तो क्या उसे दूसरा मौका नहीं दिया जाना चाहिए? ऐसे कई सवालों को समझाने और सबको सबक देने के लिए रायबरेली के 7वीं कक्षा के … Continue reading 12 साल के छात्र का सुसाइड नोट..सबके लिए सबक:’मैंने गलती की, ​​​​​​​शर्मिंदा भी था, सब शेम-शेम बोल रहे थे, एक मौका देना चाहिए…